हम तो अपने दुश्मनों को भी चाहते है क्योकिं उन्ही के कारण तो publicity पाते है
दिल में चाहत का होना जरूरी है…वरना…याद तो रोज दुश्मन भी करते हैं…!!…
अपनी शख्शियत भी सर्दियों जैसी है …लोग गरम कम ठिठुरते ज्यादा है हमे देखकर
जरुरी नहीं की तुम मेरी हर बात समझो , जरुरी बस इतना है की तुम मुझे कुछ तो समझो
धूल उडा़ नही सकते …और हमे उडा़ने की बात करते है.
खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है 😁😏
जिन लोगों के पास दिखाने के लिए कोई talent नहीं होता वो अकसर अपनी औकात दिखा जाते हैं।
हर बात के जवाब में मुस्कराना ही अच्छा है , क्योंकि अब हर किसी को गोली तो मारी नहीं जा सकती।
काँटा हूँ मैं जिसे चुभ जाता हूँ उसी का हो जाता हूँ , फूल नहीं हूँ जिसे हर भंवरा चूमता फिरे।
आस्तिक भी हूँ नास्तिक भी , पर जो भी हूँ वास्तविक हूँ।
 
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